राज्य सरकार ने कोरोना वायरस के संक्रमण पर नियंत्रण के लिए भीड़ से बचने का सकुर्लर जारी कर दिया है। सिनेमाघरों में इंफ्रारेड स्कैनर लगाने की योजना है, जिससे बुखार के मरीज पकड़ में आएंगे। इन मरीजों को टिकट नहीं दिया जाएगा। इसी थर्मोस्कैनर से एयरपोर्ट पर भी जांच की जाती है।
सीएमओ डा. राजकुमार ने शनिवार को सिनेमाघर मालिकों के साथ कार्यालय में बैठक की। कहा कि सिनेमाघरों में पहुंचने वाले दर्शकों को थर्मोस्कैनर से गुजारा जाएगा, ये डिवायस बुखार का तापमान बता देती है। स्वास्थ्य विभाग की नजर में ये कोरोना के संभावित मरीज हो सकते हैं, ऐसे में उनकी स्क्रीनिंग होगी। विभागीय टीम सभी सिनेमाघरों का निरीक्षण कर स्कैनर लगाने की पड़ताल करेगी। अगर कहीं स्कैनर नहीं मिला या खराब पाया गया तो सिनेमा मालिकों पर कारवाई की जाएगी। सीएमओ ने कहा कि कोरोना नियंत्रण सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। स्कूलों, सिनेमाहॉल, अस्पतालों की भीड़ से नए मरीज उभर सकते हैं, ऐसे में वायरस की चेन तोड़नी होगी। हालांकि मेरठ में कोई पॉजिटिव नहीं मिला है, लेकिन 120 बेड की व्यवस्था कर दी गई है।
हर कुर्सी की सफाई व पोस्टर जरूरी
सीएमओ ने प्रदेश सरकार के आदेश का हवाला देते हुए कहा कि सिनेमाघर संचालकों को विशेष एहतियात बरतने की जरूरत है। सिनेमाघरों की हर कुर्सी को हाइपोक्लोराइट विलयन से साफ करना होगा। हर शो के बाद फर्श, सीट और दरवाजों की सफाई जरूरी कर दी गई है। एक बाल्टी पानी में एक लीटर ब्लीचिंग पावडर डालकर भी सफाई की जा सकती है। साथ ही सभी हॉलों में क्या करें, क्या न करें का पोस्टर लगना जरूरी कर दिया गया है।